Two Line Maa Baap Shayari, Dil Dukane Se
मंदिर मस्जिद जाने से कोई
नायक नहीं होता,
जो मां बाप का दिल दुखाये
वो किसी के लायक नही होता
मंदिर मस्जिद जाने से कोई
नायक नहीं होता,
जो मां बाप का दिल दुखाये
वो किसी के लायक नही होता
तकल्लुफ मे रहकर भी कोई चला गया
हदें पार करके भी हद से गुजर गया
वो कहते हैं हमसें कि घर मे रहा करो
जो अपने घर से मां बाप को छोडकर निकल गया
वो भूलता जा रहा है मुझे
मेरे दिल ने उसे याद किया है
जिसे सबसे ज्यादा चाहा मैनें
उसी ने मुझे बर्बाद किया है
हम हर दर्द को उनसें छुपाते रहे
वो बेवजह हम पर इल्जाम लगाते रहे
ना प्यार ना मोहब्बत थी हमसें
बस हमें झुठे वादों मे उलझाते रहे
जो गमं कल था वो आज भी हैं
टूटे दिल का राज, एक राज ही है
कोई पूछता है तेरे बारे मे कह देता हूँ
वो जैसा पहले था वैसा आज भी है